G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka 110075 New Delhi IN
जे के पी लिटरेचर
G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka New Delhi, IN
+918588825815 https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/621dbb04d3485f1d5934ef35/logo-18-480x480.png" [email protected]
9789390373178 648c1070c59da328bde675a9 मूर्ति पूजा - हिन्दी https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/648c109cc59da328bde682dc/murti-pooja.jpg

मूर्ति पूजा के विषय में अनेक प्रकार की भ्रान्तियाँ हमारे समाज में फैली हुई हैं। लेकिन मंदिर निर्माण, मूर्ति स्थापना इत्यादि अत्यधिक प्राचीन परम्परा है। मूर्ति पूजा से क्या लाभ है और इसका क्या रहस्य है, सही सही जानना परमावश्यक है, तभी साधक को आध्यात्मिक लाभ हो सकता है। अन्यथा मंदिरों के प्रति दुर्भावना करके हानि भी हो सकती है।
मूर्ति किस प्रकार से हमारी साधना में हमें लाभ प्रदान कर सकती है, इसका रहस्य इस पुस्तक में लिखा जा रहा है। जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के कुछ प्रवचनों के अंश संकलित किये गये हैं। अतः उनके शब्दों को यथार्थ रूप में लिखने का प्रयत्न किया गया है।

Murti-puja-Hindi
in stock INR 155
1 5

मूर्ति पूजा - हिन्दी

पूजा करने की सही विधि
भाषा - हिन्दी

₹155
₹200   (23%छूट)


विशेषताएं
  • पुस्तक समाज में मूर्ति पूजा के संबंध में गलतफहमियों को समझाती है।
  • इसमें मंदिर स्थापना और मूर्ति पूजा की गहन परंपराओं को महत्व दिया गया है।
  • मंदिर और मूर्ति पूजा के प्रति नकारात्मक धारणाओं के नुकसानदायक परिणाम के प्रति सावधान किया गया है।
  • इसमें जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज के उपदेशों से कुछ महत्वपूर्ण शिक्षाओं का चयन कर प्रस्तुत किया गया है।
SHARE PRODUCT
प्रकार विक्रेता मूल्य मात्रा

विवरण

मूर्ति पूजा के विषय में अनेक प्रकार की भ्रान्तियाँ हमारे समाज में फैली हुई हैं। लेकिन मंदिर निर्माण, मूर्ति स्थापना इत्यादि अत्यधिक प्राचीन परम्परा है। मूर्ति पूजा से क्या लाभ है और इसका क्या रहस्य है, सही सही जानना परमावश्यक है, तभी साधक को आध्यात्मिक लाभ हो सकता है। अन्यथा मंदिरों के प्रति दुर्भावना करके हानि भी हो सकती है।
मूर्ति किस प्रकार से हमारी साधना में हमें लाभ प्रदान कर सकती है, इसका रहस्य इस पुस्तक में लिखा जा रहा है। जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के कुछ प्रवचनों के अंश संकलित किये गये हैं। अतः उनके शब्दों को यथार्थ रूप में लिखने का प्रयत्न किया गया है।

विशेष विवरण

भाषा हिन्दी
शैली / रचना-पद्धति सिद्धांत
विषयवस्तु तत्वज्ञान
फॉर्मेट पेपरबैक
वर्गीकरण प्रवचन
लेखक जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज
प्रकाशक राधा गोविंद समिति
आई.एस.बी.एन. 9789390373178

पाठकों के रिव्यू

  0/5

1 समीक्षा

#MustRead📚 : 💖It becomes highly important for a Devotee or Sadhak to also understand the • Importance of doing 😇Daily Pooja, Aarti and Danik Prathana infront of Shri Radha Krishna Murti.🙌🏻🙏🏻 But what form should the Murti be in , should we do daily Bhog,etc of the Physical Murti or we can proceed all these activities with our Manomayi Murti of Radha Krishna.💭 Such critical questions are addressed by Maharaj Ji.✅ • Also, is there anything special about any Dham, any Mandir's deity that we must go there for Darshana ?🕊️ It answers all our questions such that we don't have to ask anyone more about these critical aspects.🧠 🙌🏻🤍Radhe Radhe 😇
Ishita Mathur
Sep 10, 2023 9:08:15 AM