हमारे बारे में
जगद्गुरु कृपालु भक्तियोग तत्त्वदर्शन
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के शब्दों में...
पाठक महानुभाव!
हमारा यह 'तत्त्वदर्शन' समस्त शास्त्रों वेदों, पुराणों आदि से संबद्ध है। प्राय: हमारे शास्त्रों में पुरुषार्थ चतुष्टय (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) को ही लक्ष्य बनाकर सिद्धांत लिखे गये हैं। किंतु मैंने प्रमुख रूप से पंचम पुरुषार्थ श्री राधाकृष्ण प्रेम को ही लक्ष्य बना कर सब रचनायें लिखी हैं। अर्थात् यद्यपि श्रीकृष्ण से पुरुषार्थ चतुष्टय तो प्राप्त होता ही है, किंतु दिव्य प्रेम प्राप्ति का लक्ष्य सर्वोपरि है।
प्राय: सभी जगद्गुरुओं ने संस्कृत भाषा में ही भाष्यों द्वारा अपना मत व्यक्त किया है, किंतु मैंने वर्तमान विश्व की स्थिति के अनुसार हिंदी, ब्रजभाषा आदि मिश्रित भाषाओं में ही अपना मत प्रकट किया है ताकि जन साधारण को विशेष लाभ हो ।
प्राचीन आचार्यों ने तो अधिकारियों को ही दीक्षा दी है, किंतु पश्चात् विरूप होकर सभी को दीक्षा आदि दी जाने लगी। मैंने एक को भी दीक्षा नहीं दी। मेरे मत में आनंद प्राप्ति का ही सब का स्वाभाविक लक्ष्य है। और आनंद एवं श्रीकृष्ण भगवान् पर्यायवाची हैं, अत: सब श्रीकृष्ण संप्रदाय के ही हैं। दूसरा संप्रदाय माया का है किंतु उसे अज्ञानवश लोग चाहते हैं।
मेरे साहित्य से यदि किसी को भी लाभ होगा तो मेरा सौभाग्य होगा। यदि किसी को कष्ट होगा तो वे क्षमा करेंगे।
धन्यवाद।
जगद्गुरु कृपालु
जगद्गुरु कृपालु परिषत्
जगद्गुरु कृपालु परिषत् (जेकेपी) जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय, गैर-लाभकारी, धर्मार्थ, आध्यात्मिक और शैक्षिक संगठन है। जिसका संचालन उनके द्वारा नियुक्त उनकी तीनों सुपुत्रियों के गतिशील नेतृत्व और उनके दिव्य मार्गदर्शन से हो रहा है।
सुश्री डॉ विशाखा त्रिपाठी जी, अध्यक्षा, जेकेपी भक्ति धाम, मनगढ़
सुश्री डॉ श्यामा त्रिपाठी जी, अध्यक्षा, जेकेपी श्यामा श्याम धाम, वृंदावन
सुश्री डॉ कृष्णा त्रिपाठी जी, अध्यक्षा, जेकेपी रंगीली महल, बरसाना
जगद्गुरु कृपालु परिषत् ने अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त तीन 100% नि:शुल्क अस्पतालों की स्थापना की है।
जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय, भक्ति-धाम, मनगढ़
जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय, रँगीली महल, बरसाना
जगद्गुरु कृपालु चिकित्सालय, वृन्दावन
जगद्गुरु कृपालु परिषत् ने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त तीन 100% नि:शुल्क शैक्षिक संस्थानों की स्थापना की है।
कृपालु बालिका प्राइमरी स्कूल (सन् 2008)
कृपालु बालिका इन्टर मीडिएट कॉलेज (सन् 1978)
कृपालु महिला महाविद्यालय (सन् 1998)
जगद्गुरु कृपालु परिषत् द्वारा समय-समय पर गरीबों को दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं का वितरण, दिव्यांगजनों के रोजगार के लिये आर्थिक सहयोग, ह्वील चेयर, ट्राईसाइकिल आदि, ब्रज मण्डल में निवास कर रहे नेत्रहीनों एवं कुष्ठ रोग से पीड़ितों के लिये खाद्य सामग्री तथा आवश्यकता की अन्य वस्तुएँ नियमित रूप से दान दी जाती हैं। साधु भोज, ब्रह्म भोज एवं विधवा भोज में हजारों जरूरतमन्दों को भोजन के साथ-साथ कम्बल, वस्त्र, छाता, बर्तन इत्यादि उपयोगी वस्तुएँ एवं दक्षिणा भी दी जाती है। गरीब ग्रामवासियों को भी आवश्यकतानुसार समय-समय पर कम्बल, वस्त्र, बर्तन इत्यादि दान में दिये जाते हैं। जगद्गुरु कृपालु परिषत् द्वारा राष्ट्रीय आपदाओं में भी आर्थिक रूप से सहयोग किया जाता है।
जगद्गुरु कृपालु परिषत् द्वारा समय-समय पर भक्ति योग साधना शिविर आयोजित किए जाते हैं, जिसमें भारत और दुनिया भर के लोग शामिल होते हैं।
अधिक जानकारी के लिये कृपया लिंक देखें: www.jkp.org.in
राधा गोविंद समिति
राधा गोविंद समिति (आरजीएस) 1998 में स्थापित एक पंजीकृत, कर-मुक्त, गैर-लाभकारी, आध्यात्मिक, शैक्षिक और धर्मार्थ संगठन है। जगद्गुरु कृपालु परिषत् (जेकेपी) के सहयोगी के रूप में, आरजीएस जेकेपी की सभी धर्मार्थ, शैक्षिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में सहयोग करता है।
आरजीएस जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के सभी साहित्यिक कार्यों का लाइसेंसधारी है, जिसे उनके सभी लिखित कार्यों को संकलित, प्रकाशित, अनुवादित, लिप्यंतरित और संक्षिप्तीकरण करने का एकाधिकार है। जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के सभी साहित्यिक कार्य सामूहिक रूप से “जगद्गुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन” के नाम से जाने जाते हैं।
राधा गोविंद समिति ने जगद्गुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन को प्रसारित करने के लिए जेकेपी लिटरेचर वेबसाइट की स्थापना की। जेकेपी लिटरेचर www.jkpliterature.org.in एक ई-कॉमर्स वेबसाइट है जिससे देश विदेश में जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज की पुस्तकों को ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें:
राधा गोविंद प्रचार सामग्री
राधा गोविंद प्रचार समग्री (आरजीपीएस) एक तृतीय-पक्ष इकाई है जिसे आरजीएस द्वारा जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के साहित्यिक कार्यों के वितरण, विपणन, पुनरुत्पादन और विज्ञापन के लिए उप-लाइसेंस प्राप्त है। राधा गोविंद प्रचार समग्री ऑनलाइन स्टोर, मोबाइल एप्लिकेशन और ऑफलाइन स्टोर के माध्यम से जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के साहित्यिक कार्यों को वितरित करने का अधिकार रखता है। राधा गोविंद प्रचार समग्री जेकेपी लिटरेचर वेबसाइट www.jkpliterature.org.in का अनुरक्षण करता है और वेबसाइट तथा ऑफलाइन दोनों पर उत्पाद मूल्य निर्धारण से संबंधित सभी अधिकार रखता है।
पैन: AAOFR9991D
GSTN/UIN: 07AAOFR9991D1ZJ
हमारे केंद्र
जेकेपी भक्ति धाम
मनगढ़ (कुंडा), जिला- प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश-230204, इंडिया
फोन: +91 8882480000
ईमेल: info@jkp.org.in
जेकेपी श्यामा श्याम धाम
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज मार्ग, वृंदावन, उत्तर प्रदेश-281121, इंडिया
फोन: +91 8882480000
ईमेल: info@jkp.org.in
जेकेपी रंगीली महल
बरसाना, जिला. मथुरा, उत्तर प्रदेश-281405, इंडिया
फोन: +91 8882480000
ईमेल: info@jkp.org.in
राधा गोविंद समिति
गोलोक धाम, एचएएफ (बी), पार्ट-1, सेक्टर-10, द्वारका, नई दिल्ली-110075, इंडिया
ईमेल: rgs@jkpliterature.org.in
जेकेपी राधा माधव धाम
400 बरसाना रोड,ऑस्टिन, TX 78737, सयुक्त राज्य अमेरीका
फोन: (512) 288-7180
ईमेल: contact@radhamadhavdham.org