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61c0812911317a926093aa2a साधन साध्य - गुरुपूर्णिमा 2015 - हिन्दी https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/61c1c10c174f08360742a15f/gp15.jpg

गुरु-पूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी गुरु चरणानुरागियों को हार्दिक शुभकामना।

गुरु कृपालुर्मम शरणं, वन्देऽहं सद्गुरु चरणम्। 

अज्ञानान्धकार में डूबे दैहिक, दैविक, भौतिक तापों से तप्त जीवों को शाश्वत सुख शान्ति प्रदान करने वाले सद्गुरु देव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम। उनकी कथा लीला गुणावलि का गुण गान साधन और उनकी नित्य सेवा साध्य है। ऐसे भगवत्स्वरूप गुरुवर ने जिस प्रेम रस सिद्धान्त का निरूपण किया वह युगों युगों तक जीवों को अध्यात्म पथ पर अग्रसर करता रहेगा।

सनातनवैदिकधर्मप्रतिष्ठापनसत्सम्प्रदायपरमाचार्य जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा जो भी ज्ञान दिया गया वह किसी भी धर्म, किसी भी जाति, किसी भी सम्प्रदाय से बाधित नहीं है हर किसी के आध्यात्मिक एवं भौतिक उत्थान के लिए हैं।

सद्गुरु श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम।

Sadhan Sadhya - Guru Poornima 2015
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Sadhan Sadhya Guru Poornima 2015

साधन साध्य - गुरुपूर्णिमा 2015 - हिन्दी

भाषा - हिन्दी

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प्रकारविक्रेतामूल्यमात्रा

विवरण

गुरु-पूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी गुरु चरणानुरागियों को हार्दिक शुभकामना।

गुरु कृपालुर्मम शरणं, वन्देऽहं सद्गुरु चरणम्। 

अज्ञानान्धकार में डूबे दैहिक, दैविक, भौतिक तापों से तप्त जीवों को शाश्वत सुख शान्ति प्रदान करने वाले सद्गुरु देव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम। उनकी कथा लीला गुणावलि का गुण गान साधन और उनकी नित्य सेवा साध्य है। ऐसे भगवत्स्वरूप गुरुवर ने जिस प्रेम रस सिद्धान्त का निरूपण किया वह युगों युगों तक जीवों को अध्यात्म पथ पर अग्रसर करता रहेगा।

सनातनवैदिकधर्मप्रतिष्ठापनसत्सम्प्रदायपरमाचार्य जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा जो भी ज्ञान दिया गया वह किसी भी धर्म, किसी भी जाति, किसी भी सम्प्रदाय से बाधित नहीं है हर किसी के आध्यात्मिक एवं भौतिक उत्थान के लिए हैं।

सद्गुरु श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम।

विशेष विवरण

भाषाहिन्दी
शैली / रचना-पद्धतिआध्यात्मिक पत्रिका
फॉर्मेटपत्रिका
लेखकपरम पूज्या डॉ श्यामा त्रिपाठी
प्रकाशकराधा गोविंद समिति
आकार21.5 सेमी X 28 सेमी X 0.4 सेमी

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