सभी पाठकों को होली के पावन पर्व की हार्दिक बधाई।
प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी यह पर्व भगवान् की सर्वव्यापकता का दिव्य सन्देश लेकर आया है, साथ ही सद्गुरु सरकार द्वारा विरचित ‘सुमिरन कर ले मना’ संकीर्तन का अनमोल खजाना।
इसमें उन्होंने इतना अधिक तत्त्वज्ञान भर दिया है कि यह ‘प्रेम रस सिद्धांत’ का संक्षिप्त रूप ही है। सभी साधकों से सविनय निवेदन है कि श्री महाराज जी द्वारा इस अद्भुत संकीर्तन पर दिये गये प्रवचन अवश्य सुनें।
‘साधन साध्य’ तो एक बिन्दु भी नहीं है उस दिव्यज्ञान का जो श्री महाराज जी हम सबको प्रदान कर रहे हैं। फिर भी इसे पढ़ने से कुछ न कुछ लाभ अवश्य होगा। उस प्रेम रस सागर का तो एक बिन्दु ही पर्याप्त है भगवत्प्राप्ति के लिए -
शुभकामनाओं सहित
Sadhan Sadhya - Holi 2013प्रकार | विक्रेता | मूल्य | मात्रा |
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सभी पाठकों को होली के पावन पर्व की हार्दिक बधाई।
प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी यह पर्व भगवान् की सर्वव्यापकता का दिव्य सन्देश लेकर आया है, साथ ही सद्गुरु सरकार द्वारा विरचित ‘सुमिरन कर ले मना’ संकीर्तन का अनमोल खजाना।
इसमें उन्होंने इतना अधिक तत्त्वज्ञान भर दिया है कि यह ‘प्रेम रस सिद्धांत’ का संक्षिप्त रूप ही है। सभी साधकों से सविनय निवेदन है कि श्री महाराज जी द्वारा इस अद्भुत संकीर्तन पर दिये गये प्रवचन अवश्य सुनें।
‘साधन साध्य’ तो एक बिन्दु भी नहीं है उस दिव्यज्ञान का जो श्री महाराज जी हम सबको प्रदान कर रहे हैं। फिर भी इसे पढ़ने से कुछ न कुछ लाभ अवश्य होगा। उस प्रेम रस सागर का तो एक बिन्दु ही पर्याप्त है भगवत्प्राप्ति के लिए -
शुभकामनाओं सहित
भाषा | हिन्दी |
शैली / रचना-पद्धति | आध्यात्मिक पत्रिका |
फॉर्मेट | पत्रिका |
लेखक | परम पूज्या डॉ श्यामा त्रिपाठी |
प्रकाशक | राधा गोविंद समिति |
आकार | 21.5 सेमी X 28 सेमी X 0.4 सेमी |