Your browser does not support JavaScript!

G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka 110075 New Delhi IN
जे के पी लिटरेचर
G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka New Delhi, IN
+918588825815 https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/621dbb04d3485f1d5934ef35/logo-18-480x480.png" [email protected]
61c08108f6b3ab08f7aa0987 साधन साध्य - शरत्पूर्णिमा 2016 - हिन्दी https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/61c1c1041444e5ac84de6936/sp16.jpg

शरत्पूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी श्री श्यामा श्याम प्रेमरस रसिक जन एवं प्रेम रस पिपासु साधकों को हार्दिक बधाई।

प्रेमावतार परम प्रिय गुरुवर द्वारा साध्य शिरोमणि माधुर्य भाव युक्त श्री कृष्ण निष्काम प्रेम प्राप्ति हेतु अनेक प्रकार से भागीरथ प्रयास किया गया। कलियुगी जीवों को प्रेम मार्ग का पथिक बनाने के लिये असंख्य प्रवचन दिये एवं ब्रजरस में सराबोर करने वाले असंख्य संकीर्तनों की भी रचना की। इन्हीं संकीर्तनों द्वारा श्री श्यामा श्याम नाम, रूप, लीला, गुण, धाम का गान कराकर दिव्य प्रेम पात्र बनाने का पाठ पढ़ाया। भक्ति-धाम मनगढ़ में भक्तियोगरसावतार गुरुवर के मार्गदर्शन में यह पचासवाँ साधना शिविर है। साधना शिविर की स्वर्ण जयन्ती पर सभी साधकों से निवेदन है कि श्री गुरुवर के द्वारा प्रकट सिद्धान्तों का शतश: पालन करते हुए शीघ्रातिशीघ्र दिव्य प्रेम प्राप्ति हेतु अपना पात्र तैयार कर लें, प्रेम स्वरूप गुरुवर किसी भी रूप में आकर अवश्य प्रेम दान करेंगे।

यही उपहार उनके जन्म दिन पर और भक्तियोग साधना शिविर की स्वर्ण जयन्ती पर उनके श्री चरणों में समर्पित करते हैं।

Sadhan Sadhya - Sharad Poornima 2016
in stockINR 70
1 1
Sadhan Sadhya Sharad Poornima 2016

साधन साध्य - शरत्पूर्णिमा 2016 - हिन्दी

भाषा - हिन्दी

₹70
₹100   (30%छूट)


SHARE PRODUCT
प्रकारविक्रेतामूल्यमात्रा

विवरण

शरत्पूर्णिमा के पावन पर्व पर सभी श्री श्यामा श्याम प्रेमरस रसिक जन एवं प्रेम रस पिपासु साधकों को हार्दिक बधाई।

प्रेमावतार परम प्रिय गुरुवर द्वारा साध्य शिरोमणि माधुर्य भाव युक्त श्री कृष्ण निष्काम प्रेम प्राप्ति हेतु अनेक प्रकार से भागीरथ प्रयास किया गया। कलियुगी जीवों को प्रेम मार्ग का पथिक बनाने के लिये असंख्य प्रवचन दिये एवं ब्रजरस में सराबोर करने वाले असंख्य संकीर्तनों की भी रचना की। इन्हीं संकीर्तनों द्वारा श्री श्यामा श्याम नाम, रूप, लीला, गुण, धाम का गान कराकर दिव्य प्रेम पात्र बनाने का पाठ पढ़ाया। भक्ति-धाम मनगढ़ में भक्तियोगरसावतार गुरुवर के मार्गदर्शन में यह पचासवाँ साधना शिविर है। साधना शिविर की स्वर्ण जयन्ती पर सभी साधकों से निवेदन है कि श्री गुरुवर के द्वारा प्रकट सिद्धान्तों का शतश: पालन करते हुए शीघ्रातिशीघ्र दिव्य प्रेम प्राप्ति हेतु अपना पात्र तैयार कर लें, प्रेम स्वरूप गुरुवर किसी भी रूप में आकर अवश्य प्रेम दान करेंगे।

यही उपहार उनके जन्म दिन पर और भक्तियोग साधना शिविर की स्वर्ण जयन्ती पर उनके श्री चरणों में समर्पित करते हैं।

विशेष विवरण

भाषाहिन्दी
शैली / रचना-पद्धतिआध्यात्मिक पत्रिका
फॉर्मेटपत्रिका
लेखकपरम पूज्या डॉ श्यामा त्रिपाठी
प्रकाशकराधा गोविंद समिति
आकार21.5 सेमी X 28 सेमी X 0.4 सेमी

पाठकों के रिव्यू

  0/5