G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka 110075 New Delhi IN
जे के पी लिटरेचर
G-12, G-14, Plot No-4 CSC, HAF Sector-10, Dwarka New Delhi, IN
+918588825815 https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/621dbb04d3485f1d5934ef35/logo-18-480x480.png" [email protected]
61c0812ec5576809326ad1d0 साधन साध्य - गुरुपूर्णिमा 2019 - हिन्दी https://www.jkpliterature.org.in/s/61949a48ba23e5af80a5cfdd/61c1c0fc8b200f5556c6e46e/gp19.jpg

गुरुपूर्णिमा पर्व पर सभी भक्तों को हार्दिक बधाई।

इस वर्ष गुरुपूर्णिमा एक ऐतिहासिक स्वर्णिम क्षण लेकर आया है। जगद्गुरूत्तम मन्दिर जो श्री गुरुवर की अनन्त यादों को समेटे एक अद्वितीय मन्दिर है, देखते ही देखते पूर्ण हो गया। कलश स्थापना समारोह का शुभ मुहूर्त गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई निश्चित हुआ है।

श्री महाराज जी की असीम अनुकम्पा एवं उनकी सुपुत्रियों के अवर्णनीय अथक प्रयास का प्रमाण है यह अद्भुत देवालय। 

गुरु-धाम भक्ति-धाम का कण कण दिव्य चिन्मय है यहाँ स्थित यह ‘कृपालुं वन्दे जगद्गुरुम्’ स्मारक इस विश्वास को दृढ़ करने में पूर्ण सहायक सिद्ध होगा कि मनगढ़ श्री महाराज जी की नित्य निवास स्थली है। वे सदैव अपने शरणागत जीवों का योगक्षेम वहन करते हुए उनका मार्ग दर्शन करते रहेंगे। 

शतशत नमन कोटि अभिवन्दन! 
जय जय गुरुवर, भगवती नन्दन!

Sadhan Sadhya - Guru Poornima 2019
in stockUSD 80
1 1
Sadhan Sadhya Guru Poornima 2019

साधन साध्य - गुरुपूर्णिमा 2019 - हिन्दी

भाषा - हिन्दी

$0.96
$1.2   (20%छूट)


SHARE PRODUCT
प्रकारविक्रेतामूल्यमात्रा

विवरण

गुरुपूर्णिमा पर्व पर सभी भक्तों को हार्दिक बधाई।

इस वर्ष गुरुपूर्णिमा एक ऐतिहासिक स्वर्णिम क्षण लेकर आया है। जगद्गुरूत्तम मन्दिर जो श्री गुरुवर की अनन्त यादों को समेटे एक अद्वितीय मन्दिर है, देखते ही देखते पूर्ण हो गया। कलश स्थापना समारोह का शुभ मुहूर्त गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई निश्चित हुआ है।

श्री महाराज जी की असीम अनुकम्पा एवं उनकी सुपुत्रियों के अवर्णनीय अथक प्रयास का प्रमाण है यह अद्भुत देवालय। 

गुरु-धाम भक्ति-धाम का कण कण दिव्य चिन्मय है यहाँ स्थित यह ‘कृपालुं वन्दे जगद्गुरुम्’ स्मारक इस विश्वास को दृढ़ करने में पूर्ण सहायक सिद्ध होगा कि मनगढ़ श्री महाराज जी की नित्य निवास स्थली है। वे सदैव अपने शरणागत जीवों का योगक्षेम वहन करते हुए उनका मार्ग दर्शन करते रहेंगे। 

शतशत नमन कोटि अभिवन्दन! 
जय जय गुरुवर, भगवती नन्दन!

विशेष विवरण

भाषाहिन्दी
शैली / रचना-पद्धतिआध्यात्मिक पत्रिका
फॉर्मेटपत्रिका
लेखकपरम पूज्या डॉ श्यामा त्रिपाठी
प्रकाशकराधा गोविंद समिति
आकार21.5 सेमी X 28 सेमी X 0.4 सेमी

पाठकों के रिव्यू

  0/5